Narayanmurti Networth :

अपने कैरियर की शुरुवात इन्होने पाटनी कम्प्यूटर सिस्टम्स (PCS) , पुणे से की। PCS मे काम करते हुए नारायणमूर्ति ने कई उपलब्धियां हासिल की । पूना में ही इनकी मुलाकात सुधा से हुई जो उस समय टाटा में काम करतीं थी तथा आज इनकी धर्मपत्नी है।

Narayanmurti Networth

Introduction :

तीस साल पहले 1981 में छह मित्रों और केवल दस हजार रुपये की पूंजी से एन आर नारायण मूर्ति ने जिस इन्फोसिस कंपनी की स्थापना की थी, उसका कारोबार बीते साल करीब 30,000 करोड़ रुपये था। उन्होंने एक ऐसी कंपनी की नींव डाली, जिसे दुनिया की बेहतरीन कंपनियों में गिना जाता है। 33 देशों में सवा लाख से भी ज्यादा लोग उनके साथ काम करते हैं। उनकी कंपनी को सर्वश्रेष्ठ नियोक्ता सहित अनेक सम्मान मिल चुके हैं। एक अरब डॉलर के कारोबार का आंकड़ा छूनेवाली यह पहली सॉफ्टवेयर कंपनी रही है। नारायण मूर्ति की तारीफ अमेरिकी राष्ट्रपति सहित अनेक दिग्गज कर चुके हैं। देश-विदेश में अनेक सम्मान पा चुके नारायण मूर्ति पहले पद्मश्री और फिर पद्म भूषण से नवाजे जा चुके हैं।जो भी संपदा आपके पास है, वह केवल आपकी देखरेख के लिए है। आप उसके अभिरक्षक हैं। वह भी अस्थायी तौर पर। बस। यह न मानें कि वह सारी संपदा केवल आप ही भोगेंगे। किसी भी संपदा का असली आनंद आप तभी उठा सकते हैं I

Biography :

नारायण मूर्ति (जन्म 20 अगस्त, 1946, कोलार , कर्नाटक राज्य, भारत) एक भारतीय सॉफ्टवेयर उद्यमी हैं जिन्होंने इन्फोसिस टेक्नोलॉजीज लिमिटेड, अमेरिकी स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध होने वाली पहली भारतीय कंपनी है।इन्फोसिस से पांच साल पहले नारायण मूर्ति ने आईटी में देशी ग्राहकों को ध्यान में रखकर सफ्ट्रॉनिक्स नाम की कंपनी खोली थी, जो बंद कर देनी पड़ी। 2 जुलाई, 1981 को इन्फोसिस कंपनी रजिस्टर्ड हुई, लेकिन उस समय मूर्ति के पास कंप्यूटर तो दूर, टेलीफोन तक नहीं था। उन दिनों टेलीफोन के लिए लंबी लाइन लगती थी। जब इन्फोसिस अपना आईपीओ लेकर आई, तब बाजार से उसे अच्छा रेस्पांस नहीं मिला था। पहला इश्यू केवल एक रुपये के प्रीमियम पर यानी ग्यारह रुपये प्रति शेयर जारी हुआ था।1995 में इन्फोसिस के सामने एक बड़ा संकट तब पैदा हो गया था, जब एक विदेशी कंपनी ने उनकी सेवाओं का मोलभाव एकदम कम करने का फैसला किया। वह ग्राहक कंपनी इन्फोसिस को करीब 25 प्रतिशत बिजनेस देती थी।

Career :

अपने कैरियर की शुरुवात इन्होने पाटनी कम्प्यूटर सिस्टम्स (PCS) , पुणे से की। PCS मे काम करते हुए नारायणमूर्ति ने कई उपलब्धियां हासिल की । पूना में ही इनकी मुलाकात सुधा से हुई जो उस समय टाटा में काम करतीं थी तथा आज इनकी धर्मपत्नी है। नारायण मूर्ति अपनी खुद् की कंपनी शुरू करना चाहते थे लेकिन ऊंची सोच वाले मूर्तिजी के पास पैसे की तंगी थी।बाद में अपनी पत्नी से १०,००० रुपये उधार लेकर हिस्से के शेयर के पैसे लगाकर अपने ६ और साथियों के साथ १९८१ मे नारायणमूर्ति ने इन्फ़ोसिस कम्पनी की स्थापना की।मुम्बई के एक अपार्टमेंट में शुरू हुयी क्म्पनी की प्रगति की कहानी आज दुनिया जानती है। सभी साथियों की कड़ी मेहनत रंग लाई और १९९१ मे इन्फ़ोसिस पब्लिक लिमिटेड कम्पनी मे तब्दील हुई। १९९९ मे कम्पनी को उत्कृष्टा और गुणवत्ता का प्रतीक SEI-CMM हासिल किया। १९९९ मे वो स्वर्णिम अवसर आया I

नारायणमूर्ति १९९२ से १९९४ तक नास्काम के भी अध्यक्ष रहे। बहुत कम लोग जानते हैं कि नारायणमूर्ति जेल की भी हवा खा चुके हैं।आप कोई भी बात कैसे सीखते हैं? अपने खुद के अनुभव से या फिर किसी और से? आप कहां से और किससे सीखते हैं, यह महत्वपूर्ण नहीं है। महत्वपूर्ण यह है कि आपने क्या सीखा और कैसे सीखा। अगर आप अपनी नाकामयाबी से सीखते हैं, तो यह आसान है। मगर सफलता से शिक्षा लेना आसान नहीं होता, क्योंकि हमारी हर कामयाबी हमारे कई पुराने फैसलों की पुष्टि करती है। अगर आप में नया सीखने की कला है, और आप जल्दी से नए विचार अपना लेते हैं, तभी सफल हो सकते हैं।कभी-कभी संकट में सौभाग्य नजर आता है। ऐसे में, धीरज न खोएं। आपकी कामयाबी इस बात में भी छिपी होती है कि संकट के वक्त आप कैसी प्रतिक्रिया देते हैं? इन्फोसिस की स्थापना हम सात लोगों ने की थी और मैं तथा मेरे सभी साथी चाहते थे कि हम यह कंपनी बेच दें, क्योंकि साल भर की मेहनत के हमें दस लाख डॉलर मिल रहे थे।

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Narayanmurti Networth

Networth And Investment :

Networth :

  • नारायण मूर्ति की कुल संपत्ति लगभग 5.1 बिलियन डॉलर (लगभग 38,250 करोड़ रुपये) है।

Investment :

  • नंदन नीलेकणि को 4 करोड़ शेयरों पर 175 करोड़ रुपये.
  • नारायण मूर्ति को 1.5 करोड़ शेयरों पर 65 करोड़ रुपये.
  • अक्षता मूर्ति को 3.8 करोड़ शेयरों पर 167 करोड़ रुपये.
  • क्रिस गोपालकृष्णन को 3.2 करोड़ शेयरों पर 137 करोड़ रुपये.
  • सुधा गोपालकृष्णन को 9.5 करोड़ शेयरों पर 410 करोड़ रुपये.

Car Collection :

  • Skoda Lora
  • Toyata kemri
  • Mahindra Scorpio
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Conclusion :

इस Success story of नारायण मूर्ति in hindi से आपको बहुत कुछ सीखने को मिला होगा और आप को जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा मिली होगी। दोस्तो जीवन में सफल होने के लिए और इतिहास रचने के लिए हमें सफल लोगों की सफलता की कहानी पड़ते रहना चाहिए I

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नारायण मूर्ति का जन्म कब हुआ था ?

20 अगस्त, 1946

नारायण मूर्ति ने कब इन्फोसिस कंपनी की स्थापना की थी ?

1981

नारायणमूर्ति ……. से …… तक नास्काम के भी अध्यक्ष रहे।

१९९२ और १९९४

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